पटना न्यूज डेस्क: बिहार की राजधानी पटना समेत सभी प्रमुख शहरों में जाम की समस्या को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक व्यापक मास्टरप्लान तैयार किया है। इस योजना के तहत सड़कों का चौड़ीकरण, नए पुल और फ्लाइओवर का निर्माण, वैकल्पिक मार्गों का विकास और भूमिगत बिजली एवं जल निकासी व्यवस्था की जाएगी। सरकार का लक्ष्य है कि यातायात व्यवस्था को सुगम बनाकर लोगों को जाम की समस्या से राहत दी जाए और शहरों में बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाए।
पटना में ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या को हल करने के लिए दानापुर-नेहरू पथ से गोला रोड तक सड़क चौड़ीकरण का काम होगा, जिससे बेली रोड और दानापुर क्षेत्र में आवागमन सुगम बनेगा। जेपी गंगापथ को मोकामा तक विस्तार दिया जाएगा, जिससे बाहरी जिलों से पटना आने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। वहीं, पटना-गया रोड को सादिकपुर-पभेड़ा-मसौढ़ी पथ से जोड़ने की योजना है, जिससे गया और जहानाबाद जाने वाले यात्रियों को सहूलियत मिलेगी और मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
इसके अलावा, बक्सर, रोहतास और कैमूर जैसे जिलों में भी सड़क चौड़ीकरण और नई सड़कों के निर्माण की योजना बनाई गई है। बक्सर में रामरेखा घाट का आधुनिकीकरण कर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा, जबकि रोहतास और कैमूर में नई सड़कों और सोन नदी से जल आपूर्ति की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी। भोजपुर और नालंदा में भी कनेक्टिविटी सुधारने के लिए नई सड़कें बनाई जाएंगी, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को यातायात की परेशानी से छुटकारा मिलेगा।
पटना और उसके आसपास के इलाकों में नए पुल और फ्लाइओवर बनाए जाएंगे ताकि ट्रैफिक जाम से राहत मिल सके। पुनपुन स्टेशन से पटना रिंग रोड को जोड़ने के लिए मिसिंग लिंक तैयार किया जाएगा, वहीं धोबा और भरिहर नदी पर भी नए पुलों का निर्माण होगा। इसके अलावा, नेहरू पथ के दोनों ओर भूमिगत नाले बनाए जाएंगे और शहर में बिजली के तारों को भूमिगत किया जाएगा, जिससे सड़क दुर्घटनाओं और जाम की समस्या में कमी आएगी। मुख्यमंत्री ने पटना में नए अंतरराष्ट्रीय ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की मांग भी केंद्र सरकार से की है, जिससे जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पर दबाव कम होगा और राज्य में यातायात व्यवस्था बेहतर होगी।